Home » *नाले को बनाने के लिए पानी के बहाव का दिशा बदलना आवश्यक था*

*नाले को बनाने के लिए पानी के बहाव का दिशा बदलना आवश्यक था*

by Aditya Kumar

खण्डन
नाले को बनाने के लिए पानी के बहाव का दिशा बदलना आवश्यक था।
भिलाईनगर। कर्मा चौक मोर्या टाकिज से लोहिया पेट्रोल पंप कृष्णा नगर के मध्य निस्तारी पानी के बहाव के लिए पक्के नाले का निर्माण लगभग एक करोड़ 97 लाख रूपया से किया जा रहा है। पूर्व से इस नाले की संधारण की आवश्यकता थी, बारिश के समय पानी ओवर फ्लो हो जा रहा था। जब पानी ज्यादा बरसता है तो नाले का पानी, सड़क के पानी से बराबर हो जाने से पता नहीं चलता कि नाला कहां पर है। इससे दुर्घटना होने की संभावना बन जाती है। नाले का निर्माण अच्छे ढंग से हो, उसका बेस मजबूत हो इसलिए प्रापर सीमेंटीकरण बनाया जा रहा है। न्यू बसंत टाकिज के आगे से पूरे बस्तीयो का पानी इसी नाले के माध्यम से आकर कोसा नाला के बड़े नाला में मिलता है। जनप्रतिनिधियों एवं नागरिको का मांग था कि नाला का निर्माण किया जाये, उसके उपर स्लेब कास्टिंग करके ढक्कन भी लगाया जावे।
नाले के पानी का बहाव लगातार होता है, इसलिए नाली के निर्माण में परेशानी हो रही थी। बिना पानी के बहाव के दिशा को बदले निर्माण नहीं किया जा सकता है। इसी लिए संबंधित एजेंसी द्वारा पानी के बहाव को नेशनल हाईव के दुसरे तरफ के नाले से जोड़ दिया गया। वह पानी कुछ दिनो के लिए सुपेला बस स्टेण्ड के माध्यम से नाली में जा रहा है। एक चैनल द्वारा दिखाया गया कि निगम द्वारा पानी बर्बाद किया जा रहा है। जबकि वास्तविकता ये है, नाली को अच्छे ढंग से बनाने के लिए ही नाली के बहाव को दुसरी दिशा में बदलाव किया गया है।
आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय, जोन आयुक्त अजय सिह राजपूत एवं संबंधित एजेंसी को लेकर नाले के निर्माण का निरीक्षण करने गये। एजेंसी ने बताया कि बिना नाले के पानी का दिशा बदले नाले का निर्माण नहीं किया जा सकता है। इसी लिए बदला गया है, आयुक्त ने एजेंसी को शीध्र ही निर्माण करने के लिए कहे। जिससे पानी के बहाव को रोक कर पूर्व की भांति छोटे नाले से बड़े नाले में जोड़ा जा सके। नगर निगम भिलाई द्वारा जो कार्य किया जा रहा है वह नागरिको के हित के लिए किया जा रहा है। निगम भिलाई चैनल के इस भ्रामक समाचार का पूर्ण रूप से खण्डन करता है।
जनसम्पर्क अधिकारी

Share with your Friends

Related Posts