भिलाई । दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया भिलाई द्वारा 14 अक्टूबर 1956 को डा. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा ली गई बौद्ध धम्म की दीक्षा दिवस की 65 वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुद्ध विहार सेक्टर 6 मे धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस समारोह का आयोजन किया गया जिसमे सर्वप्रथम डा. बाबासाहेब आंबेडकर के चरणो मे पुष्प अर्पित कर उनके महान कार्यो को व समाज के प्रति उनके त्याग को नमन किया गया ।
समारोह को संबोधित करते हुए दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष अनिल मेश्राम ने कहा कि डा. बाबासाहेब आंबेडकर एक सच्चे देशप्रेमी थे, उन्होने 21 वर्षो तक सभी धर्मो का गहन अध्ययन करने के उपरांत भारत मे जन्मा और पनपा बौद्ध धम्म अपनाया और भारत को और ज्यादा बिखरने से बचाया, भारत के प्रति उनके मन मे असीम देशप्रेम की भावना थी इसलिए उन्होने कहा कि मै प्रथम भारतीय हू और अंत मे भी भारतीय ही हू इस दौरान सुधेश रामटेके, गौतम खोब्रागड़े, ठाणेन्द्र कामडे, विनोद टेंभेकर, बी नंदागवली, समर्थ कुमार, अल्का ताई बौद्ध, जयश्री बौद्ध, नीतू डोंगरे, वंदना बौद्ध, संगीता खोब्रागड़े, वंदना पानतवने आदि उपस्थित थे
