नई दिल्ली । उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने महात्मा गांधी की 152वीं जयंती पर शनिवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी और लोगों से स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने तथा स्वच्छता को अपने दैनिक जीवन का अंग बनाने का अनुरोध किया।उन्होंने भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी उनकी 117वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी।
उपराष्ट्रपति सचिवालय ने नायडू के हवाले से ट्वीट किया, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को आज उनकी जयंती पर मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। दुनियाभर में शांति और अहिंसा के दूत के रूप में पूजनीय गांधी जी निस्वार्थ सेवा, दया और करुणा की प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने सच्चाई और अहिंसा के आधार पर भारत को औपनिवेशिक शासन से आजाद कराने के संघर्ष की अगुवाई की। ‘अहिंसाÓ का उनका सिद्धांत शांति, सद्भाव और वैश्विक भाईचारे की हमारी साझा तलाश में हमारा और बाकी की दुनिया का मार्गदर्शन करता रहेगा। उपराष्ट्रपति ने कहा कि महात्मा गांधी जी ने कहा था कि स्वच्छता स्वतंत्रता से भी अधिक महत्वपूर्ण है। आज स्वच्छ भारत दिवस के अवसर मेरा सभी से आग्रह है कि स्वच्छता को अपने दैनिक जीवन का अंग बनायें… इसे एक जन-आंदोलन बनायें।
अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस पर नायडू ने लोगों से शांति और अहिंसा की गांधी की विरासत को आगे ले जाने का संकल्प लेने का भी अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि अहिंसा से कोई समस्या हल नहीं हो सकती और सबसे कठिन मुद्दे को हल करने के लिए भी बातचीत ही एकमात्र रास्ता है। शास्त्री को श्रद्धांजलि देते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि वह उनकी सादगी, राष्ट्रनिष्ठा और संकल्प शक्ति को विनम्र नमन करते हैं। नायडू ने कहा कि उन्होंने हमारे रक्षा बलों और किसानों की बहुत परवाह की। राष्ट्र के प्रति उनकी निस्वार्थ और समर्पित सेवा हमेशा याद रहेगी और साथ ही जय जवान, जय किसान का उनका लोकप्रिय नारा भी याद रहेगा। शास्त्री के स्मारक विजय घाट पर उपराष्ट्रपति ने उनके परिवार के सदस्यों से भी मुलाकात की।
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