Home » नशे की चपेट में पुणे, 1 करोड़ का 520 किलो गांजा जब्त

नशे की चपेट में पुणे, 1 करोड़ का 520 किलो गांजा जब्त

by Aditya Kumar

महाराष्ट्र सरकार की प्लेट लगाकर कार से की जा रही थी गंजे की तस्करी

पुणे। कई सालों से पुणे शहर नशे की चपेट में है. आये दिन पुलिस द्वारा नशीला पदार्थ और ड्रग्स जब्त किया जा रहा है लेकिन पुणे को नशा मुक्त कर पाने में पुलिस विफल साबित हो रही है. आलम यह है कि पुणे में नशे का कारोबार फल फूल रहा है. इस बीच आंध्र प्रदेश से बिक्री के लिए लाया गया 1 करोड़ रुपये कीमत का 520 किलो गांजा जब्त किया गया है. पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच की एंटी-नारकोटिक्स सेल-2 ने बड़ी कार्रवाई करते हुए यह गांजा जब्त किया है. यह कार्रवाई पुणे-नगर रोड पर आर्मसेल इंडिया कंपनी के सामने किया गया. इस मामले में पास ने तीन तस्करों संदीप बालाजी सोनटक्के (29 वर्ष, मुपो दहीवली, पाली फाटा, तालुका खोपोली, जिला रायगढ़), निर्मला कोटेश्वरी मूर्ति जुन्नुरी (36 वर्ष, चिलाकरलुपेठ, जिला गंटूर, आंध्र प्रदेश) तथा महेश तुलसीराम परित (29 वर्ष, तुपगाव पोस्ट चौक, तालुका खालापूर, जिला रायगड) को गिरफ्तार किया हैं। बताया गया है कि गुप् सूचना मिलने पर पुलिस ने पुणे-नगर रोड पर एक कार को रोका और यह महसूस करने के बाद कि कार में सरकार का कोई प्रतिनिधि नहीं है, कार की तलाशी ली तो कार में गांजा था, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया.

महाराष्ट्र सरकार की प्लेट लगाकर ले जा रहा था गांजा
एंटी नारकोटिक्स स्क्वाड दो के पुलिस अधिकारी और कर्मी लोणीकंद पुलिस स्टेशन की सीमा में गश्त कर रहे थे। तभी पुलिस को सूचना मिली कि महाराष्ट्र सरकार की प्लेट लगी एक सफेद रंग की सेलेरियो कार और एक स्कॉर्पियो गाड़ी आंध्र प्रदेश से गांजा बेचने के लिए लायी जा रही है. इसके बाद पुलिस ने संदीप सोनटक्के और कार में सवार महिला को हिरासत में ले लिया. इसके बाद दूसरी कार को रोककर जांच की गई तो दोनों कारों में गांजा बरामद हुआ. इसमें 1 करोड़ 4 लाख 11 हजार रुपये कीमत का 520 किलो 550 ग्राम गांजा, 9 लाख रुपये कीमत की स्कॉर्पियो, 6 लाख रुपये कीमत की सेलेरियो कार, 71 हजार रुपये कीमत के चार मोबाइल फोन और 200 रुपये कीमत का एक बोर्ड जब्त किया गया है.

पुणे शहर नशे की चपेट में?
कुछ दिन पहले पुणे में 1 करोड़ रुपये की अफ़ीम पकड़ी गई थी. पुणे पुलिस के एंटी-नारकोटिक्स स्क्वाड एक ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया था. जांच में पता चला कि राजस्थान का गिरोह अफीम का स्टॉक इकट्ठा कर रहा था। गिरफ्तार आरोपियों के नाम सुमेर जयरामजी बिश्नोई, चावंडसिंह मानसिंह राजपूत, लोकेंद्रसिंह महेंद्रसिंह राजपूत हैं। पुणे के गोकुलनगर इलाके में पुलिस ने कार्रवाई की थी. पुलिस के मुताबिक कटराज इलाके में गश्त के दौरान क्राइम ब्रांच के पुलिसकर्मियों को जानकारी मिली कि कटराज-कोंधवा रोड पर एक शख्स अफीम बेच रहा है. पुलिस ने छापेमारी कर सुमेर बिश्नोई को हिरासत में लिया.

Share with your Friends

Related Posts