पटना । बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने कह कर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) व जनता दल यूनाइटेड (जदयू) जैसे दलों की बेचैनी बढ़ा दी है कि समाज में असमानता रहने तक, यानी अनिश्चितकाल तक भारत में आरक्षण व्यवस्था जारी रहेगी।
मोदी ने कहा कि संघ, भाजपा और हिंदू धर्म के विरुद्ध राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का बयान इसी हताशा का परिणाम है। वे संघ को आरक्षण विरोधी साबित करने में कभी सफल नहीं होने वाले हैं। उन्होंने कहा कि तिलक-टीका लगाने वाले सारे लोगों को देशद्रोही बताने वाले जगदानंद सिंह को हिंदुओं से क्षमा मांगनी चाहिए। उनका यह अनर्गल कथन भूरा बाल साफ करो वाले राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बहुचर्तित बयान की याद ताजा करता है और साबित करता है कि ए टू जेडकी पार्टी होने का तेजस्वी यादव का दावा बिल्कुल झूठा है।
भाजपा सांसद ने कहा कि विपक्षी गठबंधन इसतरह के गैरजिम्मेदार बयानबाजों का जमघट हो गया है, जिसमें हिंदू धर्म, मोदी सरनेम या गुजरात प्रांत के सभी लोगों को गाली देने की होड़ लगी है। इस होड़ में राजद के सिंह और कांग्रेस के पवन खेड़ा भी शामिल हो गए हैं। मोदी ने कहा कि जो लोग विश्व कल्याण की चिंता करने वाले महान सनातन धर्म को तुष्टीकरण की क्षुद्र राजनीति के चलते लांछित करने के लिए इसकी तुलना डेंगू, मलेरिया, कुष्ठ और एचआइवी तक से कर रहे हैं, उनमें यदि हिम्मत है, तो किसी और धर्म के बारे में दो शब्द बोल कर देखें। उन्होंने कहा कि परम सहिष्णु सनातन धर्म के लोग 2024 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी, उदयनिधि स्टालिन से लेकर जगदानंद सिंह तक की गालियों का जवाब वोट से देने वाले हैं। भगवान कृष्ण ने भी 100 गालियों के बाद किसी का वध किया था।
संघ प्रमुख के बयान से राजद और जेडीयू में साफ दिख रही बैचनी
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