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*कवरत्ती, लक्षद्वीप में विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री का संबोधन*

by Aditya Kumar

आज लक्षद्वीप की सुबह देखकर मन प्रसन्न हो गया। लक्षद्वीप की सुंदरता को शब्दों में समेटना बहुत मुश्किल है। मुझे इस बार अगत्ती, बंगारम और कवरत्ती में आप सभी परिवारजनों से मिलने का अवसर मिला है। लक्षद्वीप का ज़मीनी इलाका भले ही छोटा हो, लेकिन लक्षद्वीप के लोगों का दिल, समंदर जितना विशाल है। आपके स्नेह, आपके आशीर्वाद से मैं अभिभूत हूं, मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं।

आजादी के बाद दशकों तक केंद्र में जो सरकारें रहीं, उनकी प्राथमिकता सिर्फ अपने राजनीतिक दल का विकास थी। जो दूर-सुदूर के राज्य हैं, जो बॉर्डर पर हैं या जो समंदर के बीच में हैं, उनकी तरफ ध्यान नहीं दिया जाता था। बीते 10 वर्षों में हमारी सरकार ने जो बॉर्डर के इलाके हैं, जो समंदर के आखिरी छोर के इलाके हैं, वहां हमने उन्हें अपनी प्राथमिकता बनाया है। भारत के हर क्षेत्र, हर नागरिक का जीवन आसान बनाना, उसे सुविधा से जोड़ना ही केंद्र सरकार की प्राथमिकता है। आज यहां लगभग 1200 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। ये इंटरनेट, बिजली, पानी, स्वास्थ्य और बच्चों की देखभाल से जुड़े प्रोजेक्ट हैं। इन सभी विकास परियोजनाओं के लिए आप सभी को बहुत-बहुत बधाई।
बीते 10 सालों में लक्षद्वीप के लोगों की Ease of Living बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ी है। यहां पीएम आवास योजना ग्रामीण के तहत शत-प्रतिशत लाभार्थियों को कवर किया जा चुका है। हर लाभार्थी तक फ्री राशन पहुंच रहा है, किसान क्रेडिट कार्ड और आयुष्मान कार्ड दिए गए हैं। यहां आयुष्मान आरोग्य मंदिर, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाए गए हैं। सरकार की ये कोशिश है कि हर लाभार्थी तक सरकारी योजनाएं पहुंचें। DBT के माध्यम से केंद्र सरकार हर लाभार्थी के बैंक खातों में सीधे पैसे भेज रही है। इससे पारदर्शिता भी आई है और भ्रष्टाचार भी कम हुआ है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, लक्षद्वीप के लोगों का अधिकार छीनने वाले किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। साल 2020 में, आपको मैंने गारंटी दी थी कि 1000 दिन में आपको तेज़ इंटरनेट की सुविधा पहुंच जाएगी। आज कोच्चि-लक्षद्वीप Submarine Optical Fiber project का लोकार्पण हो गया है। अब लक्षद्वीप में भी 100 गुणा अधिक स्पीड से इंटरनेट चल पाएगा। इससे सरकारी सेवाएं हों, इलाज हो, एजुकेशन हो, डिजिटल बैंकिंग हो, ऐसी अनेक सुविधाएं और बेहतर होंगी। लक्षद्वीप में logistics services का हब बनने की जो संभावनाएं हैं, उनको भी इससे बल मिलेगा। लक्षद्वीप में भी हर घर तक पाइप से पानी पहुंचाने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। खारे पानी को मीठे पानी में बदलने वाला नया प्लांट इस मिशन को और आगे बढ़ाएगा। इस प्लांट से हर रोज डेढ़ लाख लीटर पीने का पानी मिलेगा। इसके Pilot Plants अभी कवरत्ती, अगत्ती और मिनिकॉय आइलैंड में लगाए गए हैं। साथियों, लक्षद्वीप आने पर मेरी मुलाकात अली मानिकफान जी से भी हुई। उनकी रिसर्च, उनके इनोवेशन ने इस पूरे क्षेत्र का बहुत कल्याण किया है। ये हमारी सरकार के लिए बहुत खुशी की बात है कि हमें साल 2021 में अली मानिकफान को पद्मश्री सम्मान देने का मौका मिला। भारत सरकार, यहां के युवाओं को आगे पढ़ने के लिए, इनोवेशन के लिए नए मार्ग बना रही है। आज भी यहां युवाओं को लैपटॉप मिले हैं, बेटियों को साइकिल मिली हैं। हाल के वर्षों तक लक्षद्वीप में कोई उच्च शिक्षा संस्थान नहीं था। इस वजह से यहां के युवाओं को पढ़ने के लिए बाहर जाना पड़ता था। हमारी सरकार ने अब लक्षद्वीप में हायर एजुकेशन के लिए नए संस्थान खुलवाए हैं। आंड्रोट और कदमत आईलैंड्स में आर्ट्स और साइंस के नए कॉलेज खोले गए हैं। मिनीकॉय में नई polytechnic बनाई गई है। इससे यहां के छात्रों को बहुत फायदा हो रहा है। साथियों, हमारी सरकार ने हज यात्रियों की सहूलियत के लिए जो प्रयास किया है, उसका भी लाभ लक्षद्वीप के लोगों को मिला है। हज यात्रियों के लिए वीजा नियमों को भी आसान बनाया गया है। हज से जुड़ी ज्यादातर कार्रवाई अब डिजिटल होती है। सरकार ने महिलाओं को बिना मेहरम हज जाने की भी छूट दी है। इन्हीं सब प्रयासों की वजह से उमराह के लिए जाने वाले भारतीयों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। आज भारत, सी-फूड के मामले में भी वैश्विक बाज़ार में अपना शेयर बढ़ाने पर बल दे रहा है। इसका लाभ भी लक्षद्वीप को मिल रहा है। यहां की टूना मछली का एक्सपोर्ट अब जापान को होने लगा है। यहां एक्सपोर्ट क्वालिटी की फिश के लिए अनेक संभावनाएं हैं, जो यहां के हमारे मछुआरे परिवारों का जीवन बदल सकती हैं। यहां सी-वीड की खेती से जुड़ी संभावनाओं को भी एक्सप्लोर किया जा रहा है। लक्षद्वीप का विकास करते हुए हमारी सरकार इस बात पर भी पूरा ध्यान दे रही है कि पर्यावरण को कोई नुकसान ना पहुंचे। Battery Energy Storage System के साथ बना ये Solar Power Plant ऐसे ही प्रयास का हिस्सा है। ये लक्षद्वीप का पहला Battery Backed Solar Power Project है। इससे डीजल से बिजली पैदा करने की मजबूरी कम होगी। इससे यहां प्रदूषण कम होगा और समुद्री इकोसिस्टम पर भी कम से कम प्रभाव पड़ेगा। आज़ादी के अमृत काल में विकसित भारत के निर्माण में भी लक्षद्वीप की बहुत बड़ी भूमिका है। भारत सरकार, लक्षद्वीप को इंटरनेशनल टूरिज्म मैप पर प्रमुखता से लाने का प्रयास कर रही है। हाल में ही जो G20 की एक मीटिंग यहां हुई है, उससे लक्षद्वीप को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली है। स्वदेश दर्शन योजना के तहत, लक्षद्वीप के लिए Destination Specific Master Plan बनाया जा रहा है। अब तो लक्षद्वीप के पास, दो Blue Flag Beaches हैं। मुझे बताया गया है कि कदमत और सुहेली द्वीप पर देश का पहला Water Villa project बनाया जा रहा है।

लक्षद्वीप अब क्रूज टूरिज्म का भी एक बहुत बड़ा डेस्टिनेशन बनता जा रहा है। पांच साल पहले की तुलना में यहां आने वाले टूरिस्ट्स की संख्या लगभग 5 गुणा बढ़ी है। आपको ध्यान होगा, मैंने देश की जनता से अपील की है कि वो विदेश घूमने से पहले देश के कम से कम 15 स्थानों को देखने जरूर जाएं। जो लोग दुनिया के अलग-अलग देशों के द्वीपों को देखने जाना चाहते हैं, वहां के समंदर से अभिभूत हैं, उनसे मेरा आग्रह है कि वो पहले लक्षद्वीप आकर जरूर देखें। मुझे विश्वास है, जिसने एक बार यहां के सुंदर Beaches को देख लिया, वो दूसरे देश जाना भूल जाएगा।
मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूं कि Ease of Living के लिए, Ease of Travel के लिए, Ease of Doing Business के लिए केंद्र सरकार हर संभव कदम उठाती रहेगी। लक्षद्वीप, विकसित भारत के निर्माण में एक सशक्त भूमिका निभाएगा, इसी विश्वास के साथ आप सभी को विकास परियोजनाओं की बहुत- बहुत बधाई।

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