भिलाई/नवपदस्थ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल के तल्ख लहजे में थानेदारों को दी गई हिदायत जिसमें खासकर सामाजिक बुराई से जुड़े जिसमें जुआ, सट्टा और अवैध शराब तथा नशीली दवाईयों के बिक्री करने वालों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। पदभार ग्रहण करने के दूसरे तीसरे दिन ही कई सटोरिये और अवैध कार्य में लिप्त लोगों ने अपनी दुकान में ताला जड़ दिया है। नये एसपी के साथ साथ कई थानों के थानेदारों की भी पदस्थापना तात्कालीन एसपी रहे प्रशांत ठाकुर ने 30 जून को निकाले गये थानेदारों की सूची जारी होने के बाद नये थानेदारों ने अपने अपने नये थाने का पदभार भी ग्रहण कर लिया है। अब चूकि नये एसपी और नये थानेदार के आने के बाद दो नंबर का काम चलाने वाले, बडे ही असमंजस्य में है कि आखिर हमारा कार्य कम और कौन चालू करायेगा। कई सटोरिये व दो नंबर के व्यवसाय से जुड़े लोगों ने अपना अपना जुगाड़ लगाना अभी से शुरू कर दिया है, लेकिन नये एसपी और नये थानेदार के सामने किसी की भी एक भी कुछ भी अभी नही चल रही है। लगातार अलग अलग क्षेत्र के थानेदारों द्वारा अपने अपने क्षेत्र के सटोरियों पर लगाम लगाना शुरू कर दिया है और कार्यवाही भी तेज कर दिये है। नये एसपी श्री अग्रवाल के थानों की सरप्राईज विजिट से भी थानेदारों और अन्य स्टाफ मे दहशत का माहौल देखा जा रहा है। चूंकि कई थानेदारों को और छोटे कर्मियों को नोटिस व पुलिस लाईन का दरवाजा कार्य में लापरवाही के कारण देखना पड़ रहा है, इस वजह से पुलिस के अधिकारी और कर्मी किसी भी तरह की रिस्क नही लेना चाह रहे हैं। प्रत्येक थानेदार अपने अपने थाना क्षेत्र की पेंडिंग लिस्ट की कम्पयूटराईज काफी सामने रखकर पुराने केसों को निकालकर उसे जल्द से जल्द निपटाने में जुट गये है। आखिरकार कब नये कप्तान किस मामले को कब और क्या पूछताछ कर लेंगे जिससे की उनकी फजीहत ना हो, इसलिए उन मामलों में तेजी से पुलिस महकमे में आवेदनों के निराकरण का सिलसिला अब शुरू हो गया है। एस पी के जारी प्रेस नोट में यह स्पष्ट उल्लेखित है कि चुस्त को शाबासी और सुस्त की छुट्टी तय है, इसी फार्मुले को देखते हुए सभी थानेदार अपने मातहत कर्मियों से आवेदनों से निकाल कराने में जुट गये है। वहीं यातायात वाले भी अब चुस्त और दुरूस्त डयूटी बजाना शुरू कर दिये है। जगह जगह बिगड़ी हुई ट्राफिक व्यवस्था की शिकायत पदभार ग्रहण करते ही नये एसपी को मिली थी, उसे भी अब यातायात से जुड़े सभी कर्मी और अधिकारी सुधार करने में जुट गये है और चालानी कार्यवाही भी और तेज कर दी गई है। नये एसपी दुर्ग जिले के पुलिस कर्मियों के लिए काफी कड़क मिजाज दिख रहे है, पहले ही दिन से उन्होंने थानों की सरप्राईज चेकिंग और आवेदनों के निराकरण के संबंध में पूछताछ शुरू कर देने से पुलिस कर्मियों में हड़कंप सा मचा हुआ है। नये एसपी की दहशत इतनी हो गई है कि कोई भी रिस्क लेने को तैयार नही है क्योंकि कोई भी सस्पेंड या लाईन हाजिर नही होना चाह रहे हैं। एसपी श्री अग्रवाल ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा था कि पूर्व में जो भी अधिकारी इस जिले को चलाये हैं उन्होंने बेहतर कार्य किया है और आगे भी मेरे द्वारा एक टीम वर्क के साथ इस दुर्ग जिले में कार्य को अंजाम दिया जायेगा। अपराधियों पर नकेल और फरियादियों के आवेदनों की सुनवाई करना उनकी पहली प्राथमिकता में शुमार रहेगा।