श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने शनिवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कश्मीरी पंडितों ने पलायन से बहुत कुछ झेला है, उनका दर्द अनगिनत है. उन्होंने आरोप लगाते हुए ये भी कहा कि कश्मीर के लोगों का वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया गया, उनसे वादे किए गए, लेकिन कभी पूरे नहीं किए गए. फारूक अब्दुल्ला ने ये बातें पार्टी की अल्पसंख्यक विंग के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहीं. अल्पसंख्यक विंग ने शनिवार को हुई बैठक में तीन प्रस्ताव पास किए. इसमें एक कश्मीरी पंडितों की घाटी में वापसी से जुड़ा प्रस्ताव भी शामिल है. इसके साथ ही समुदाय के लिए मंदिर और धार्मिक स्थलों के प्रबंधन के लिए एक बिल पास करने की भी मांग की.
इस दौरान फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘कश्मीरी पंडित तीन दशकों से अपनी सम्मानजनक वापसी और पुनर्वास के लिए तरह रहे हैं. ये मुद्दा बहुत ही महत्वपूर्ण है.’ अब्दुल्ला ने दावा करते हुए कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो पंडितों की घाटी में वापसी और पुनर्वास को सुनिश्चित कर सकती है. उन्होंने कहा, ‘कुछ ताकतों को लग रहा था कि वो पंडितों को यहां से भगाकर कश्मीर पर कब्जा कर लेंगे, लेकिन मैं भरोसा दिलाता हूं कि वो कभी भी अपने नापाक मंसूबों में कामयाब नहीं हो सकेंगे. मैं जम्मू के लोगों का धन्यवाद देता हूं जो उन्हें कश्मीरी पंडितों को सहारा दिया.’