हल्दी न सिर्फ आपकी सेहत बल्कि आपकी खूबसूरती का भी ध्यान रखती है। हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटी-बायोटिक, कैल्शियम, आयरन, सोडियम, ऊर्जा, प्रोटीन, विटामिन ई, विटामिन सी, और फाइबर जैसे गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को कई संक्रमण से बचाने में मदद कर सकते हैं। हल्दी में मौजूद इन गुणों के बावजूद अगर इसका सेवन अधिक मात्रा में किया जाए तो यह फायदे की जगह व्यक्ति को नुकसान तक पहुंचा सकती है।
पथरी- जिन लोगों को शरीर में बार-बार पथरी बनती है उन्हें हल्दी का सेवन हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह पर करना चाहिए। हल्दी के अंदर ऑक्सलेट मौजूद होता है। यह ऑक्सलेट कैल्शियम को शरीर में घुलने के बजाय बांधने लगते हैं। जिससे कैल्शियम अघुलशील होने लगता है। यह किडनी में पथरी का एक अहम कारण बनता है। ऐसे में हल्दी का अधिक सेवन करने पर समस्या और भी बढ़ सकती है।
दस्त या उल्टी- हल्दी में मौजूद करक्यूमिन कई बार पाचन संबंधित समस्याएं पैदा करता है। इसके अधिक सेवन से व्यक्ति को कई बार दस्त या उल्टी की समस्या होने लगती है। लेकिन यह समस्या केवल तभी होती है जब आप हल्दी का अधिक सेवन करते हैं।
डायबिटीज- डायबिटीज रोगियों को अपने आहार पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। मधुमेह रोगियों को अपने आहार में बहुत सी चीजें खाने-पीने की मनाही होती हैं। ऐसे में अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो हल्दी के ज्यादा सेवन से बचें।
आयरन की कमी- शरीर में आयरन की कमी कई रोगों को जन्म देती है। ऐसे में हल्दी का अधिक सेवन करने से शरीर में आयरन अच्छे से एब्सॉर्ब नहीं हो पाता है। अगर आपके शरीर में पहले से ही आयरन की कमी है तो आप हल्दी का सेवन केवल तय मात्रा में ही करें। वरना यह आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है।
नाक से खून आता हो- हल्दी की तासीर गर्म होती है। ऐसे में उन लोगों को जिन्हें गर्मी की वजह से नाक से खून आने की शिकायत रहती है, उन्हें हल्दी का सेवन काफी कम मात्रा में करना चाहिए। हल्दी का ज्यादा सेवन इस समस्या को और बढ़ा सकता है।
पीलिया रोगी- पीलिया यानी ज्वाइंडिस रोगी को हल्दी न खाने की सलाह दी जाती है। इससे उनकी समस्या और बढ़ सकती है। पीलिया ठीक होने के बाद भी रोगी को अपने डॉक्टर से पूछकर ही हल्दी के सेवन करना चाहिए।