डायबिटीज रोगियों को अपना ब्लड शुगर कंट्रोल में रखने के लिए अपनी दवा और डाइट का बहुत ध्यान रखना पड़ता है। डायबिटीज एक गंभीर रोग है जिसमें रोगी को सतर्क और सावधान रहने की बेहद जरूरत होती है। सेहत को बनाए रखने में फलों का बहुत बड़ा हाथ होता है। लेकिन मधुमेह रोगी को फल देते समय यह सवाल बार-बार मन में आता है कि क्या ये फल वाकई डायबिटीज रोगी के लिए ठीक है। ऐसे में आपको बता दें, मधुमेह रोगी को फल देने से पहले उसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स जरूर देख लेना चाहिए।
क्या है ग्लाइसेमिक इंडेक्स – ग्लाइसेमिक इंडेक्स हमारे शरीर में रक्त शर्करा के स्तर के बढ़ने या संतुलित रखने का एक कारण होता है। व्यक्ति जो भी चीज खाता है उसमें से ग्लूकोज लेवल बढ़कर फ्रुक्टोज में बदल जाता है। जिसके बाद आखिर में यह शुगर के रूप में ब्रेक होकर शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। ऐसे में डायबिटीज रोगी अपनी डाइट में ऐसे फलों को शामिल कर सकते हैं जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर अधिक ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होगा तो इससे रक्त शर्करा का स्तर अचानक ऊपर जा सकता है। वहीं कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स फलों से ऐसा नहीं होता।
न्यूट्रिशनिस्ट और वैलनेस एक्सपर्ट वरुण कत्याल ( Varun Katyal, Nutritionist And Wellness Expert) कहते हैं कि जामुन न केवल एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करता है जो प्रतिरक्षा में सुधार करने में मदद करता है, बल्कि इसका सबसे बड़ा लाभ मधुमेह के उपचार में मिलता है।कई अध्ययनों से पता चला है कि जामुन का हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव रक्त शर्करा में 30 प्रतिशत तक की कमी कर सकता है। इसके बीज अल्कलॉइड से भरपूर होते हैं जिनका हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव होता है।
मधुमेह के रोगी अपने शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए रोजाना जामुन के फल का सेवन कर सकते हैं, जो निश्चित रूप से इंसुलिन गतिविधि और संवेदनशीलता को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा, इसके बीज का पाउडर टाइप -2 मधुमेह वाले लोगों या फिर इंसुलिन न लेने वाले दोनों ही लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
डायबिटीज हो खा सकते हैं ये फल-
अमरूद – अमरूद को डायबिटीज के मरीजों के लिए सुपर फूड माना जाता है। अमरूद से मिलने वाला फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रखता है और ब्लड शुगर लेवल को बढ़ने से रोकता है। अमरूद में विटामिन ए और विटामिन सी के अलावा उच्च मात्रा में डाइटरी फाइबर मौजूद होते हैं। इस फल का ग्लूकोज़ इडेक्स भी कम होता है।
संतरा – विटामिन सी से भरे संतरे को खाने से इम्यूनिटी तो स्ट्रांग होती ही है साथ ही मधुमेह का खतरा भी कम हो सकता है। संतरा और आंवले जैसे खट्टे फलों का जीआई स्कोर भी कम है।
जामुन – डायबिटीज़ रोगियों के लिए यह सबसे अच्छा फ्रूट है। यह रक्त में शुगर के स्तर को बेहतर करने के अलावा शुगर को कंट्रोल करने में भी मदद करता है। जामुन के बीजों का पाउडर बनाकर भी डायबिटीज रोगी इसका सेवन कर सकते हैं।
कमरख – कमरख डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद है। ये रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण और सुधार करने में कारगर होता है।
कीवी – कीवी को मधुमेह रोगी की डाइट में ऐड किया जा सकता है क्योंकि इसे शुगर फ्री फल मानते हैं। बता दें कि इसके अंदर विटामिन सी के साथ-साथ कम चीनी मौजूद होती है ऐसे में इसके सेवन से व्यक्ति को सेहत से जुड़े कई फायदे हो सकते हैं। इससे अलग एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन-सी, पोटेशियम, कैल्शियम आदि पोषक तत्व भी पाए जाते हैं जो सेहत को कई समस्याओं से दूर रख सकते हैं।
सेब – सेब में एंटीऑक्सिडेंट मौजूद होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने, पाचन तंत्र को साफ करने और प्रतिरक्षा प्रणाली को बूस्ट करने में मदद करते हैं। इसके अलावा सेब में मौजूद पोषक तत्व फैट के डाइजेशन में भी मदद करते हैं।
डायबिटीज हो न करें इन फलों का सेवन – डायबिटीज के मरीजों को कुछ फलों का सेवन न करने या बहुत ही कम मात्रा में करने की सलाह दी जाती है। इसमें केला, चीकू, अंगूर, आम और लीची आदि शामिल हैं। इन फलों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल के बढ़ने का खतरा रहता है।