डायबिटीज रोग लोगों के बीच बेहद आम समस्या बनकर रह गया है। यह एक ऐसा खतरनाक रोग है, जो शरीर को धीरे-धीरे खोखला कर देता है। अगर आप भी इस समस्या से पीड़ित हैं तो शहतूत को अपनी डाइट का हिस्सा बना लीजिए। शहतूत में डायबिटीज को कंट्रोल करने की क्षमता होती है। स्वाद में खट्टा-मीठा और रसीला यह फल डायबिटीज सहित कई बीमारियों के इलाज में मदद कर सकता है। सफेद शहतूत में फाइबर, विटामिन सी,आयरन सहित प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन ए जैसे तत्व भी भारी मात्रा में पाए जाते हैं।शहतूत कैसे कंट्रोल करता है डायबिटीज- शहतूत की पत्तियों में डीएनजे नामक तत्व पाया जाता है, जो आंत में बनने वाले अल्फा ग्लूकोसाइडेज एंजाइम से मिलकर एक बॉन्ड बनाता है। यह बॉन्ड खून में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करता है। इसके अलावा डीएनजे लिवर में बनने वाले अतिरिक्त ग्लूकोज को भी नियंत्रित करता है। इसकी पत्ती में एकरबोस नामक कम्पोनेंट भी पाया जाता है, जो खाना खाने के बाद की शुगर को नियंत्रित करता है।
शुगर कंट्रोल करने के लिए कैसे करें शहतूत का इस्तेमाल-
1 सब्जी बनाकर या सलाद में खाएं।
2 अगर आप इसे सब्जी या सलाद में नहीं खा सकते हैं तो दिन में एक बार मुंह में रख लें और चबाएं।
3 चाय के रूप में आप शहतूत की पत्तियों का सेवन कर सकते हैं।
मधुमेह ही नहीं अन्य रोगों में भी फायदेमंद है शहतूत
मोटापा घटाए- कई अध्ययनों से पता चला है कि शहतूत के पत्ते फैट बर्निंग और वेटलॉस के लिए एक प्राकृतिक उपचार है। पाचन तंत्र- शहतूत न सिर्फ हमारे डायजेशन सिस्टम को दुरुस्त रखता है, बल्कि इसमें डायबिटीज और कॉलेस्ट्रोल लेवल को बैलेंस करने की भी क्षमता होती है। इतना ही नहीं, शहतूत कैविटी और मसूड़ों से जुड़ी बीमारियों से भी राहत दिला सकता है।आयरन- शहतूत में मौजूद कार्बोहाइड्रेट खून में शुगर को ग्लूकोज में कन्वर्ट करने का काम करती है। इससे कोशिकाओं को ज्यादा एनेर्जी मिलती है। शहतूत से शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ती है और टिशू को पर्याप्त ऑक्सीजन भी मिल पाता है।बालों का झड़ना- एक्सपर्ट कहते हैं कि शहतूत खाने से बाल झड़ने की समस्या भी दूर हो सकती है। ये फल कील, मुहांसे, ड्राय या सेंसिटिव स्किन के झंझट से भी मुक्ति दिला सकता है। घाव भरने के लिए- शहतूत के पत्तों को घाव या फोड़े पर लगाने से भी फायदा मिलता है। इसे घाव पर लगाने से घाव बहुत जल्दी भर जाते हैंइसके अलावा अगर आपको खुजली की दिक्कत है तो इसके पत्तों का लेप फायदेमंद रहेगा।