- चॉकलेट कोको के बीज से तैयार की जाती है, जो रक्त प्रवाह और रक्तचाप के स्तर में सुधार करने में सहायक है। अध्ययन के मुताबिक, डार्क चॉकलेट में पाया जाने वाले फ्लेवनॉल्स शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड के उत्पादन को बढ़ाने के लिए धमनियों की परत को उत्तेजित करता है। धमनियों को आराम देने का काम नाइट्रिक ऑक्साइड करता है। साथ ही रक्त प्रवाह के प्रतिरोध को कम करने में मदद करता है। इस कारण ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।
- त्वचा के लिए डार्क चॉकलेट फायदेमंद है। चॉकलेट के बायोएक्टिव कंपाउंड त्वचा की सेहत को बनाए रखते हैं। वहीं डार्क चाॅकलेट में पाए जाने वाले फ्लेवनॉल्स सूरज की किरणों से होने वाले नुकसान से स्किन को बचाते हैं। रक्त प्रवाह में सुधार से भी त्वचा चमकदार और चिकनी होती है। साथ ही त्वचा को हाइड्रेट बनाए रखने में भी डार्क चॉकलेट फायदेमंद है। त्वचा के अंदरूनी पोषण के लिए डार्क चॉकलेट का सेवन करना चाहिए।
- डार्क चॉकलेट के सेवन से मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। दिमाग की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने में डार्क चॉकलेट मदद करती है। अध्ययन के मुताबिक, लगभग 5 दिनों तक डार्क चॉकलेट के सेवन से मस्तिष्क में रक्त प्रवाह में सुधार हो सकता है।
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