टाइफाइड होने की भ्रामक जानकारी देने वाले कथित डाॅक्टर के अस्पताल को किया सील
– महापौर दौरे के बाद पुरैना में स्वास्थ्य विभाग की दबिश
रिसाली
टाइफाइड बीमारी बताकर ईलाज करने वाले प्राइवेट प्रेक्टिशनर मो. साजिद की अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग ने ताला लगा दिया है। वहीं जगदंबा चौक पुरैना के भरत मेडिकल स्टोर को अस्थाई तौर पर बंद कर दस्तावेज प्रस्तुत करने कहा है। रिसाली महापौर शशि सिन्हा के भ्रमण के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उक्त कार्रवाई की है।
उल्लेखनीय है कि रिसाली महापौर मंगलवार को महापौर परिषद के सद्स्यों के साथ पुरैना भ्रमण की थी। इसके बाद जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुरैना वार्ड 38 में सघन सर्वे किया था। इस दौरान खुलासा हुआ कि कोई टाइफाइड का मरीज गंभीर नहीं है। वे दैनिक कार्य कर रहे है। कुछ दिन पूर्व बुखार आने पर उन्हे स्थानीय अल्टरनेटिव डिग्री धारी मो. सजिद ने टाइफाइड होने का दावा करते उपचार किया था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने अल्टरनेटिव डिग्रीधारी मो. साजिद के खिलाफ कार्रवाई की।
331 घरों का हुआ सर्वे
447 घरों का सर्वे में केवल 3 मरीज बुखार के मिले। आर डी किट परीक्षण में बुखार सामान्य (मौसमी) पाया गया। वहीं पुरैना वार्ड 39, 40 में कुल 331 घरों तक स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची। जहां 10 लोगों को बुखार होना पाया। टाइफाइड की पुष्टिी नहीं हुई।
अस्पताल को किया सील
प्राइवेट पे्रक्टिशनर मो. साजिद अल्टरनेटिव डिग्रीधारी से पूछताछ के दौरान साजिद ने बताया कि वो एक पैथालाॅजी रिपोर्ट के आधार पर टाइफाइड बताया था। इसके बाद नायब तहसीलदार चन्द्रशेखर कंवर, खण्ड चिकित्सा अधिकारी डाॅ. भुनेश्वर कठौतिया एवं पटवारी और पार्षद की उपस्थिति में कथित अस्पताल को सील किया गया।
आयुक्त ने की अपील
रिसाली निगम आयुक्त मोनिका वर्मा ने निगम कर्मचारियों को एहतियात बरतने की हिदायत दी है। सैंपल भेजे गए पानी का रिपोर्ट पीएचई से प्राप्त कर प्रस्तुत करने कहा है। वही आयुक्त ने नागरिकों से अपील की है की वे पानी उबालकर पीए। तबियत बिगड़ने पर सरकारी अस्पताल या फिर चलित चिकित्सा ईकाई में ईलाज कराने की सलाह दी है।